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राष्ट्रीय स्तर में किया नेतृत्व परंतु नहीं छोड़ा स्थानीय कार्यकर्ताओं का साथ,कार्यकर्ताओं से जीवंत संपर्क से जीता बड़े अंतर से चुनाव

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रामानुजगंज। सन 2013 के विधानसभा चुनाव में राम विचार नेताम की शिकस्त बृहस्पति सिंह से हुई थी। जिसके बाद वे छत्तीसगढ़ के विधानसभा से 10 साल दूर रहे परंतु इस दौरान भी उन्होंने कार्यकर्ताओं से जीवंत संपर्क कभी कम नहीं किया। छत्तीसगढ़ विधानसभा से 10 साल दूर रहने के बाद भी उनकी लोकप्रियता रामानुजगंज विधानसभा में बनी रही एवं कार्यकर्ताओं के बीच भी पैठ कभी कम नहीं हुई। जिस कारण रामविचार नेताम ने एक बड़े अंतर से अपने निकटतम कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी डॉक्टर अजय तिर्की को शिकस्त दी। राम विचार नेताम सरगुजा संभाग के पुराने एवं कद्दावर चेहरों में एक है जिन्होंने रामानुजगंज विधानसभा के साथ-साथ अन्य विधानसभाओं में प्रत्याशी के लिए कार्य किया।

राम विचार नेताम सातवीं बार रामानुजगंज विधानसभा से किस्मत आजमाएं एवं विजय हासिल किया। 1990 में भाजपा की ओर से उन्होंने पाल विधानसभा से चुनाव लड़ा एवं जीत हासिल कर मध्य प्रदेश विधानसभा में प्रवेश किया था उसे समय भी प्रदेश के सबसे युवा विधायकों में से एक थे शुरू से ही अपनी तेज तर्रार छवी से अपनी जगह एवं पैठ बनाते गए। लगातार वे पांच बार विधायक बने रमन सिंह सरकार में विभिन्न मंत्रालय भी संभाला। रामविचार नेताम छत्तीसगढ़ के आदिवासी कद्दावर नेताओं में एक है जो अपने विधानसभा के अलावा अन्य विधानसभा में भी लोकप्रियता रखते जिस कारण उन्हें रामानुजगंज विधानसभा के अलावा अन्य विधानसभा में भी प्रचार के लिए भेजा गया।
राम विचार नेताम भाजपा के राष्ट्रीय संगठन में सचिव, भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य भी रहे यहां तक कि उन्हें झारखंड का प्रभारी भी बनाया गया वे देश के विभिन्न प्रदेशों में भी जाकर पार्टी को मजबूत बनाने का कार्य किया परंतु वह कभी भी स्थानीय कार्यकर्ताओं का साथ नहीं छोड़े जिसका फायदा उन्हें सातवी बार लड़ने के दौरान मिला।

नहीं टूटने दिया कार्यकर्ताओं का मनोबल, कांग्रेस के प्रति रहे आक्रामक

भूपेश बघेल सरकार के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने यहां तक की फर्जी मामले में जेल भेजने तक का आरोप लगा जिसे लेकर वह हमेशा मुखर रहे यहां तक की कई बार बड़े आंदोलन का नेतृत्व स्वयं किया उन्होंने कभी भी कार्यकर्ताओं का मनोबल नहीं गिरने दिया। जिस कारण 10 साल छत्तीसगढ़ विधानसभा से दूर रहने के बाद भी कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रियता कम नहीं हुई।

युवा टीम का मिला साथ

राम विचार नेताम के 7 वी बार चुनाव लड़ने के दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता सक्रिय रहे है। वही उनकी युवा टीम का चुनाव जीतने में महत्वपूर्ण योगदान रहा बलरामपुर, रामानुजगंज,रामचंद्रपुर,सनवाल सहित अन्य क्षेत्रों में उनकी युवाओं की लंबी चौड़ी फौज है चुनाव के पूर्व भाजपा युवा मोर्चा के आयोजित कार्यक्रम में उमड़ी युवाओं के भीड़ ने यह साबित किया। उनके युवाओं की टीम ने सोशल मीडिया में भी लगातार उनके पक्ष में माहौल बनाने का काम किया।

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