खुद को केन्द्र सरकार की योजना का अधिकारी बताकर 150 ग्रामीणों से 30 लाख से अधिक की ठगी…. तीन आरोपी गिरफ्तार, दो मोटरसाइकिल तीन नाग मोबाइल वह टैबलेट सहित ठगी की रकम 24000 रुपए जप्त
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अंबिकापुर.फर्जी पर्यवेक्षण अधिकारी बनकर पीएम ग्रामीण आवास योजना व उज्जवला गैस योजना के नाम पर कई शहरों में लगभग 150 ग्रामीणों को ठगी का शिकार बनाकर 30 लाख से अधिक की राशि ठगी करने के मामले में सरगुजा पुलिस को सफलता मिली है. साइबर सेल व पुलिस की स्पेशल टीम ने मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.दो मोटरसाइकिल से सरगुजा पहुंचे पुलिस ने दोनों मोटरसाइकिल सहित तीन नग मोबाइल एक नग टैबलेट कंप्यूटर व ठगी की रकम 24000 नगद जप्त किया है.आरोपी जहां भी ठगी करने जाते थे वहां अपने आप को केन्द्र सरकार की योजना के अधिकारी बताकर भोले-भाले ग्रामीणों को ठगी का शिकार बनाते थे.
पूरे मामले का खुलासा करते हुए एडिशनल एसपी पुपलेश कुमार ने बताया कि सरगुजा पुलिस को 3 सदस्यीय गिरोह को पकड़ने में सफलता मिली है।
विगत 1 वर्ष में धनबाद, रांची, गुमला, बोकारो, जशपुर, पत्थलगांव, में घूम-घूम कर आरोपी करीब 150 ग्रामीणों को बना चुके हैं. ठगी का शिकार, जिसमें अनुमानित करीब 30 लाख से अधिक राशि की ठगी करना स्वीकार किये हैं।
सरगुजा पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि अंबिकापुर के गंगापुर में 03 संदिग्ध अज्ञात व्यक्ति बिना नम्बर की मोटरसाईकल में घूम रहे है। सूचना पर साईबर सेल, स्पेशल टीम ने तत्काल गंगापुर जाकर घेराबंदी कर 2 अपाचे मोटरसाईकल में घूम रहे तीनो संदेहियों को रोककर पूछ-ताछ किया। आरोपियों ने अपना नाम नाम रोहित तिवारी पिता स्व. रामजी तिवारी उम्र 25 वर्ष निवासी गंगापुर तिवारी टोला मनियर बलिया (उ०प्र०), कृष्णा कुमार पाण्डेय पिता जवाहिर पाण्डेय उम्र 35 वर्ष निवासी बीरामाटी थाना पकड़ी जिला बलिया (उ०प्र०) व गौतम पाण्डेय पिता हरेराम पाण्डेय उम्र 30 वर्ष बीरामाटी थाना पकड़ी जिला बलिया (उ०प्र०) बताया गया ।
मौके पर जिला- सरगुजा, अम्बिकापुर में आने का स्पष्ट प्रयोजन नहीं बता पाने से संदेह के आधार पर विस्तृत पूछताछ हेतु थाना लाया गया. जहां पूछ-ताछ दौरान आरोपीगण तीनो योजनाबद्ध तरीके से ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मार्णाधीन मकान में जाकर आवास योजना अंतर्गत स्वयं को पर्यवेक्षण अधिकारी बताकर मकान निर्माण कार्य में अनियमितता एवं देरी से निर्माण का हवाला देते हुए उनसे 20-30 हजार रूपये की ठगी कर लेते थे। ठगी के दौरान विश्वास दिलाने हेतु आरोपीगण ग्रामीणों को हांथ में नगदी रकम के साथ अपने पास रखे टैबलेट कम्प्युटर में उनकी फोटो भी लिया करते थे।
आरोपियों ने सरगुजा जिले में बतौली एवं रघुनाथपुर थाना क्षेत्रातंर्गत ग्रामीणों से ठगी करना स्वीकार किया एवं अपने पास रखे टैबलेट कम्प्युटर में उसकी फोटो भी दिखाया. साथ ही उनके पास से ठगी की गई 24000 रूपये नगद राशि एवं उनके बैंक खातों में करीब 60,000 धोखाधड़ी की राशि जमा करना स्वीकार किया है। आरोपियों के विरूद्ध चौकी रघुनाथपुर में प्रार्थी तिलक केरकेट्टा निवासी पहाड़पारा ग्राम कोट ने 25000 रूपये की ठगी की रिपोर्ट पर धारा 420, 34, तथा थाना बतौली की प्रार्थिया केलाजो कुजुर निवासी सुआर पारा बतौली की रिपोर्ट पर धारा 420, 34, भा.द.वि. के तहत विधिवत कार्यवाही करते आरोपियों की गिरफ्तारी कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।उक्त कार्यवाही में प्र.आर. भोजराज पासवान, आर, अनुज जायसवाल, आर. अशोक यादव, जितेश साहू, मनिष सिंह, विकाश सिंह, संजीव चौबे, सुयश पैकरा शामिल रहे।
ठगी की राशि अपने खातों में करते थे जमा
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के द्वारा जयपुर में भी फिलहाल दो स्थानों पर ठगी का मामला सामने आया है. एक स्थान पर 70000 और दूसरे स्थान पर 20000 की ठगी आरोपियों के द्वारा की गई है. आरोपियों के द्वारा ठगी की राशि अपने खाते में जमा कर दी जाती थी. पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातो में जमा राशि हेतु संबंधित बैंक से संपर्क कर फ्रिज कराने हेतु पत्राचार किया है।
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