कौन है इस तालाब का गुनहगार… एक समय पानी से लबालब यह तालाब किसकी साजिश का हुआ शिकार..?

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पहले रिंग बांध तालाब की सफाई करवाता था निगम, आज क्यों फेर रखी है आंखें. मिट्टी पाट कर चल रहा कब्जा
अंबिकापुर। नगर के प्रतीक्षा बस स्टैंड के सामने स्थित रिंग बांध के नाम से आज भी पहचाना जाने वाला तालाब नगर निगम की उदासीनता से अपना अस्तित्व खो बैठा है। सफाई नहीं होने से पूरा तालाब शैवाल से ढका हुआ है। वहीं दूसरी ओर इसका फायदा कुछ कब्जाधारी उठा रहे हैं। धीरे-धीरे तालाब को मिट्टी से पाटने का काम चल रहा है। ऐसा लगता है कि पूरे तालाब का ही किसी ने पट्टा बनवा लिया हो। अगर ऐसा है भी तो 60- 70 साल से लबालब इस तालाब का पट्टा किसने,कब और किस आधार पर बनवाया। एक समय आसपास के लोग इसी तालाब पर निर्भर थे। नगर निगम खुद भी इस तालाब की सफाई वर्षों पहले कराया करता था परंतु आज की स्थिति में इस पुराने तालाब को ऐसा क्यों छोड़ दिया गया है यह समझ से परे है। अगर ऐसा ही चला रहा तो वहां तालाब आने वाले समय में दिखे ना दिखे परंतु उसके स्थान पर बड़ी-बड़ी बिल्डिंग है जरूर दिखाई देंगी।
बता दें कि कुछ वर्षों पहले नगर के रिंग रोड प्रतीक्षा बस स्टैंड के सामने रिंग बांध तालाब पानी से लबालब रहता था। आसपास के कई मोहल्लों के लोगों द्वारा न सिर्फ यहां बृहद रूप से छठ पूजा का आयोजन किया जाता था बल्कि कई अन्य सामाजिक कार्य में इस तालाब का उपयोग किया जाता था। समय-समय पर नगर निगम के द्वारा भी इस तालाब की साफ सफाई करवाई जाती थी।
प्रतीक्षा बस स्टैंड बनने के बाद धीरे-धीरे इस तालाब की ओर नगर निगम में भी ध्यान देना छोड़ दिया। वर्तमान में पूरा तालाब शैवाल व गंदगी से हटा पड़ा है। यही नहीं तालाब की ओर निगम प्रशासन का ध्यान हटने से तालाब को पाट कर कई निर्माण कार्य भी यह हवाला देकर कराए गए कि उनके पट्टे की भूमि है। एक के बाद एक निर्माण कार्य का सिलसिला अब वहां जारी है। वर्तमान में कुछ लोगों के द्वारा तालाब में भारी मात्रा में मिट्टी पाट कर नए निर्माण की तैयारी की जा रही है।
सफाई कराई जाएगी तो तैयार हो सकता है सुंदर तालाब
प्रतीक्षा बस स्टैंड के सामने स्थित इस तालाब की अच्छी तरीके से सफाई अगर कर दी जाती है तो एक सुंदर तालाब के रूप में उसे विकसित किया जा सकता है। जिस तरह से वर्तमान में शहर के अंदर पानी की समस्या बनी हुई है और लगातार तालाब सूख रहे हैं ऐसे में रियासत काल के समय से शहर में मौजूद इस तालाब को मिट्टी से पाटने का खेल क्यों खेला जा रहा है।
अगर पट्टा भी है तो तालाब को पाटने का भी है कई प्रावधान
सूत्र बताते हैं कि पूरा रिंग बांध तालाब किसी निजी व्यक्ति का है। सवाल यह है कि किसी निजी व्यक्ति की जमीन पर बने तालाब की सफाई नगर निगम क्यों करवा रहा था। तालाब जिस स्थान पर है अगर वह किसी निजी व्यक्ति के पट्टे की भूमि है फिर भी तालाब को पाटने के लिए कई प्रावधान होते हैं। सवाल यह है कि उक्त निजी व्यक्ति के द्वारा क्या यह प्रावधान पूरा किया गया..?
अगर तालाब में पानी है क्या तो भी कब्जा का है प्रावधान..?
जिस प्रकार कहा जा रहा है कि रिंग बांध तालाब किसी निजी व्यक्ति की भूमि है। अगर उक्त तालाब के सवाल को हटा दिया जाए तो नीचे पानी अभी भी मौजूद है। क्या इस जल स्रोत को मिट्टी से पाटने का क्या कोई प्रावधान है। अगर ऐसा नहीं है तो फिर वहां कब्जा करने वालों के लिए निगम प्रशासन की मौन स्वीकृति बड़ा सवाल है।
मैं पता करवाता हूं -एसडीएम
पूरे मामले में एसडीएम फगेश सिन्हा ने कहा कि मैं मौके पर अधिकारियों को भेज कर पता करवाता हूं।

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