Written by
Bureau Report
बिश्रामपुर। पहले वन विभाग और फिर हॉस्टल अधीक्षक पद पर नौकरी लगवाने का झांसा देकर नगर के युवक से आठ लाख रुपए की ठगी के मामले में
पुलिस ने आज दूसरे आरोपी सीआरपीएफ जवान रामेश्वर प्रशाद पिता जूजूरती 38 वर्ष को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश कर दिया है वह वर्तमान में सीआरपीएफ के 52 बटालियन जम्मू में पदस्थ बताया गया है इस मामले में एक अन्य आरोपी को पुलिस पहले ही न्यायालय पेश कर चुकी है। बिश्रामपुर पुलिस ने बताया कि बिश्रामपुर निवासी प्रार्थी हमिद अहमद पिता स्वर्गीय वहीद अहमद कुरैशी ने पिछले दिनो रिपोर्ट दर्ज कराया है कि उनकी मुलाकात क्रिकेट खेलने के दौरान नगर के ही रामेश्वर प्रसाद से हुई थी, जो कि रामेश्वर वर्तमान में सीआरपीएफ की 52 वीं बटालियन जम्मू सेक्टर में पदस्थ है। वर्ष 2021 में छुट्टी पर घर आने के दौरान उसने प्रार्थी से नौकरी को लेकर बातचीत की और भरोसा दिलाया कि वह अपने जान-पहचान के जरिए उसकी नौकरी लगवा सकता है।रामेश्वर ने प्रार्थी को अपने परिचित बलरामपुर जिले के राजपुर निवासी संतोष सिंह से मिलवाया। संतोष सिंह ने यह कहकर विश्वास दिलाया कि उसका फॉरेस्ट विभाग सहित कई सरकारी विभागों में अच्छा परिचय है और वह पहले भी कई लोगों की नौकरी लगवा चुका है। उसने प्रार्थी से कहा
कि फॉरेस्ट विभाग में नौकरी दिलाने के लिए उसे 5 लाख रुपए देने होंगे। भरोसा कर प्रार्थी ने फोन पे और बैंक ट्रांसफर के माध्यम से अलग अलग समय में संतोष सिंह के खाते में 395000 रुपए और रामेश्वर प्रसाद को 44000 रुपए दिए। कुल 439000 रुपए देने के बाद भी नौकरी नहीं लगी। जब प्रार्थी हमिद ने पैसे वापस मांगे, तब संतोष सिंह ने कहा कि अब वह उसे हॉस्टल अधीक्षक की नौकरी दिलवाएगा। इस भरोसे में हमिद ने फिर से परीक्षा दी और परिणाम आने पर जब उसका नाम नहीं आया, तब भी संतोष सिंह ने झूठा आश्वासन दिया कि काउंसलिंग में नाम आ जाएगा। इसी बीच संतोष सिंह ने नौकरी पक्की करने के बहाने फिर से 320000 रुपए प्रार्थी हमिद से 50000 रुपए लिए और रामेश्वर प्रसाद ने भी नकद ले लिए। इस तरह कुल 809000 रुपए की ठगी युवक से दोनों ने मिलकर कर ली। प्रार्थी ने बताया कि जब उसने बार-बार पैसे लौटाने की बात की, तब संतोष सिंह ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के दो चेक दिए, लेकिन खाते में पैसे नहीं होने की बात कहकर चेक जमा न करने की सलाह देता रहा। अंततः प्रार्थी हमिद ने मामले की शिकायत थाना में दी, जिस पर पुलिस ने मामले में धारा 420, 34 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है।पुलिस ने पिछले दिनो संतोष सिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया था आज दूसरे फरार आरोपी सीआरपीएफ जवान रामेश्वर प्रशाद को बिश्रामपुर ने पुलिस ने आज उसके बिश्रामपुर में परिचित के यहां आने की सूचना पर उसे घेराबंदी कर गिरफ्तार कर न्यायालय पेश कर दिया है।
पुलिस ने आज दूसरे आरोपी सीआरपीएफ जवान रामेश्वर प्रशाद पिता जूजूरती 38 वर्ष को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश कर दिया है वह वर्तमान में सीआरपीएफ के 52 बटालियन जम्मू में पदस्थ बताया गया है इस मामले में एक अन्य आरोपी को पुलिस पहले ही न्यायालय पेश कर चुकी है। बिश्रामपुर पुलिस ने बताया कि बिश्रामपुर निवासी प्रार्थी हमिद अहमद पिता स्वर्गीय वहीद अहमद कुरैशी ने पिछले दिनो रिपोर्ट दर्ज कराया है कि उनकी मुलाकात क्रिकेट खेलने के दौरान नगर के ही रामेश्वर प्रसाद से हुई थी, जो कि रामेश्वर वर्तमान में सीआरपीएफ की 52 वीं बटालियन जम्मू सेक्टर में पदस्थ है। वर्ष 2021 में छुट्टी पर घर आने के दौरान उसने प्रार्थी से नौकरी को लेकर बातचीत की और भरोसा दिलाया कि वह अपने जान-पहचान के जरिए उसकी नौकरी लगवा सकता है।रामेश्वर ने प्रार्थी को अपने परिचित बलरामपुर जिले के राजपुर निवासी संतोष सिंह से मिलवाया। संतोष सिंह ने यह कहकर विश्वास दिलाया कि उसका फॉरेस्ट विभाग सहित कई सरकारी विभागों में अच्छा परिचय है और वह पहले भी कई लोगों की नौकरी लगवा चुका है। उसने प्रार्थी से कहा
कि फॉरेस्ट विभाग में नौकरी दिलाने के लिए उसे 5 लाख रुपए देने होंगे। भरोसा कर प्रार्थी ने फोन पे और बैंक ट्रांसफर के माध्यम से अलग अलग समय में संतोष सिंह के खाते में 395000 रुपए और रामेश्वर प्रसाद को 44000 रुपए दिए। कुल 439000 रुपए देने के बाद भी नौकरी नहीं लगी। जब प्रार्थी हमिद ने पैसे वापस मांगे, तब संतोष सिंह ने कहा कि अब वह उसे हॉस्टल अधीक्षक की नौकरी दिलवाएगा। इस भरोसे में हमिद ने फिर से परीक्षा दी और परिणाम आने पर जब उसका नाम नहीं आया, तब भी संतोष सिंह ने झूठा आश्वासन दिया कि काउंसलिंग में नाम आ जाएगा। इसी बीच संतोष सिंह ने नौकरी पक्की करने के बहाने फिर से 320000 रुपए प्रार्थी हमिद से 50000 रुपए लिए और रामेश्वर प्रसाद ने भी नकद ले लिए। इस तरह कुल 809000 रुपए की ठगी युवक से दोनों ने मिलकर कर ली। प्रार्थी ने बताया कि जब उसने बार-बार पैसे लौटाने की बात की, तब संतोष सिंह ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के दो चेक दिए, लेकिन खाते में पैसे नहीं होने की बात कहकर चेक जमा न करने की सलाह देता रहा। अंततः प्रार्थी हमिद ने मामले की शिकायत थाना में दी, जिस पर पुलिस ने मामले में धारा 420, 34 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है।पुलिस ने पिछले दिनो संतोष सिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया था आज दूसरे फरार आरोपी सीआरपीएफ जवान रामेश्वर प्रशाद को बिश्रामपुर ने पुलिस ने आज उसके बिश्रामपुर में परिचित के यहां आने की सूचना पर उसे घेराबंदी कर गिरफ्तार कर न्यायालय पेश कर दिया है।










